दिवाली पर निबंध (Diwali Essay in Hindi): देश भर में 12 नवंबर 2023 को दिवाली का त्यौहार मनाया जाएगा. ऐसे में विद्यालयों में दिवाली के अवसर पर आयोजित होने वाले दिवाली पर निबंध प्रतियोगिता के लिए यह लेख तैयार किया गया है. जिसमें छात्रों को Essay on Diwali in Hindi शीर्षक पर निबंध प्रदान किया जा रहा है. इस निबंध का प्रयोग कक्षा 1 से कक्षा 10 तक के छात्र निबंध लिखने के लिए कर सकते हैं. अगर आपको भी दिवाली पर निबंध (Diwali Essay in Hindi) सभी को शीर्षकों जैसे प्रस्तावना, दिवाली का महत्व, दिवाली मनाने की विधि, तथा अन्य बिंदुओं और निष्कर्ष के साथ चाहिए, तो यह देख आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होगा.
दिवाली पर निबंध प्रस्तावना (Diwali Essay in Hindi)
आज के लेख Essay on Diwali in Hindi में हम दिवाली त्यौहार के महत्व को जानेंगे। दिवाली हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे दीपावली भी कहा जाता है क्योंकि इसमें दीपक जलाकर अमावस्या की काली रात को जगमगाया जाता है. भारत के हर कोने में इस दिन को दिया जलाकर और बच्चों द्वारा पटाखे जलाकर मनाया जाता है. घरों में सफाई की जाती है और दिवाली के समय धनतेरस पर नई वस्तुएं भी खरीदी जाती है. सभी इस दिन मिठाई देकर एक दूसरे को दिवाली की शुभकामनाएं देते हैं.
दिवाली का अर्थ और महत्व
Essay on Diwali in Hindi में हम आपको बताएंगे दिवाली क्यों मनाई जाती है, दिवाली का अर्थ क्या है और किस जाती है , दववपावली शब्द का संधि विच्छेद किया जाए तो दीप +आवली दो शब्द आते हैं. जिम दीप का अर्थ होता है दिया और आवली का अर्थ होता है पंक्ति. इस प्रकार यह एक ऐसा त्यौहार है जिसमें दीपों की पंक्तियों से दुकानों मकान और घरों को सजाया जाता है. दिवाली का त्यौहार हिंदू कैलेंडर के अनुसार निर्धारित होता है जो हर साल कार्तिक महीने में मनाया जाता है. कार्तिक महीने की अमावस्या की रात जिसमें चांद नजर नहीं आता और चारों तरफ अंधेरा होता है को दिए की पंक्तियों से पूरी रात को जगमगाया जाता है.
कहा जाता है कि इसी दिन श्री राम 14 वर्ष का वनवास काटकर और रावण का वध करके अपने राज्य वापस आए थे. इसलिए अयोध्या नगरी के निवासियों ने राम जी के स्वागत के लिए अमावस्या की काली रात को भी दीप से जगमगा कर रोशन कर दिया था. तभी से हर साल कार्तिक मास की अमावस्या रात को दिवाली का त्यौहार मनाया जाता है.
दिवाली का त्यौहार मानना
वैसे तो दिवाली अलग ही महत्व है और मनाने का ढंग बिलकुल ही शांतिपूर्ण है , यहां Essay on Diwali in Hindi में हम जानेंगे की कैसे दिवाली का त्यौहार मनाया जाना है। वैसे तो दिवाली का त्यौहार कार्तिक मास की अमावस्या की रात को मनाया जाता है. लेकिन वास्तव में यह 5 दिनों तक चलने वाला त्यौहार है. जिसमें सभी लोग दिवाली तो कुछ दिनों पहले से ही अपने घर की सफाई शुरू कर देते हैं. इसके बाद धनतेरस के दिन घर में नई वस्तुएं खरीद कर लाई जाती हैं और लक्ष्मी के आने की कामना की जाती है. इसके बाद छोटी दीवाली और बड़ी दिवाली का पर्व एक के बाद एक मनाया जाता है. इन दिनों घर में लक्ष्मी की पूजा और गणेश भगवान की पूजा की जाती है. इसके बाद दिवाली के दिन पूजा करने के बाद सभी लोग नए पकवान कहते हैं और घरों को रंगोली से भी चलाया जाता है. सबसे ज्यादा उत्साह बच्चों में देखा जाता है जो इस दिन खूब मिठाई खाते हैं और रात को पटाखे जलाकर दिवाली मनाते हैं.
दिवाली का उत्साह दशहरे में विजयदशमी के दिन से ही शुरू हो जाता है जिसमें 10 दिन की रामलीला देश के अलग-अलग स्थान पर आयोजित कराई जाती है. दशहरे के लगभग 20 दिनों के बाद दिवाली का त्यौहार मनाया जाता है. इसलिए दशहरे से ही दिवाली की तैयारी शुरू हो जाती है. हालांकि दिवाली के दिन दीए जलाने का महत्व है. लेकिन आधुनिक समय में इलेक्ट्रॉनिक लाइट से युक्त दिए भी जलाए जाते हैं. हालांकि यह एक हिंदू धर्म का त्यौहार है लेकिन भारत में हर धर्म के लोग इस त्यौहार के दिन एक दूसरे को मिठाई भेंट करते हैं और दिवाली की शुभकामना देते हैं इसके साथ ही आने वाला साल अच्छा होने की मनोकामना भी करते हैं.
निष्कर्ष: Essay on Diwali in Hindi
दिवाली का त्योहार देश के हर राज्य में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. वैश्वीकरण के कारण अब भारत के संस्कृति पूरे विश्व में भी प्रसारित हो रही है. जिसके कारण अब विश्व के अलग-अलग स्थान से भी दिवाली की शुभकामनाएं आती हैं. और सभी आपस में मिलजुल कर दिवाली का त्यौहार मनाते हैं.