Women reservation Bill (महिला आरक्षण विधेयक): जैसा कि हम सब जानते हैं हाल ही 20 सितंबर 2023 को Women reservation bill पास किया गया है। यह Women reservation bill महिला सशक्तिकरण का जीता जाता सबूत है ,जिससे भारत के संविधान में महिला को एक तिहाई सीट आरक्षित तौर पर दी गई है। इस बिल के पास होने के पश्चात अब महिलाओं को भारत के कैबिनेट में एक तिहाई सीट आरक्षित तौर पर दी जाएगी ।
महिला आरक्षण विधेयक (Women reservation bill) 9 मार्च 2010 को संसद के निचले सदन में पारित किया गया था। इस बिल के अनुसार लोकसभा की और राज्यसभा की सभी सीटों में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीट आरक्षित करने का निर्णय लिया गया था। हालांकि यह Women reservation bill, 9 मार्च 2010 को राज्यसभा में पास हो गया था परंतु लोकसभा में कम मतदान के चलते यह बिल समाप्त कर दिया गया । 2014 में इस बिल को फिर से लाया गया परंतु मतदान न मिलने की वजह से इस बिल को फिर से समाप्त कर दिया गया। 2019 में भी यह बिल समाप्त कर दिया गया आखिरकार नारी शक्ति वंदन अधिनियम (Nari Shakti Vandan Act) को 20 सितंबर 2023 को लोकसभा द्वारा 454 वोटो के साथ पारित कर दिया गया।
Women reservation bill
संविधान के 108 विधेयक में महिला आरक्षण विधेयक के अनुसार महिलाओं को विधानसभा और संसद में एक तिहाई मतलब 33% सीट निश्चित तौर पर दी जाएगी । इन 33% में एससी, एसटी, एंग्लो इंडियन इत्यादि श्रेणियां को भी रिजर्वेशन दिया जाएगा । जानकारी के लिए बता दे Women reservation bill का सीट संशोधन अधिनियम आरंभ तिथि के 15 साल के भीतर समाप्त हो जाएगा।
आईए जानते हैं इस Women reservation bill के कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे
- महिला आरक्षण बिल से देश में महिलाओं की स्थिति में सुधार की उम्मीद लगाई जा रही है हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण काफी पहले ही हो चुका है परंतु कैबिनेट में रिजर्वेशन होने के बाद अब यह सशक्तिकरण और बेहतर तरीके से हो सकेगा।
- Women’s Reservation Bill के विरोध में कुछ लोगों का यह कहना है कि इससे महिलाएं योग्यता के आधार पर प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएंगे।
- रिजर्वेशन की वजह से अयोग्य महिलाएं भी कैबिनेट में सांसद पद हासिल कर लेंगी जिससे लोकतंत्र कायम नहीं रहेगा ।
- वहीं इसके विरोध में यह भी कहां जा रहा है कि आरक्षण की वजह से संसद में अपनी पसंद की महिला उम्मीदवारों की सीट उपलब्ध करवा कर राजनीतिक दल फायदा उठा सकते हैं।
454 वोट बनाम 2 वोट
जानकारी के लिए बता दें 27 साल पहले Women Reservation Bill की शुरुआत के बाद लगातार बिल समाप्त होने के पश्चात आखिरकार 20 सितंबर 2023 को 454 वोट के साथ यह बिल लोकसभा में पास हो गया है। केवल दो लोगों ने इस बिल को वोट नहीं दिया ऑल इंडिया मजलिस से इम्तिहादुल मुसलमान असदुद्दीन ओवैसी और सईद इम्तियाज जलील यह दो लोग ऐसे थे जिन्होंने पार्लियामेंट में इस बिल का विरोध किया, हालांकि विरोध के होते हुए भी पार्लियामेंट में यह बिल पास हो गया और अब अगले दो दिन तक यह बिल राज्यसभा में आगे की चर्चा के लिए भेजा जाएगा।
पार्लियामेंट में लगातार 8 घंटे चली बहस के पश्चात आखिरकार इस बिल को पास कर दिया गया। इसे एक ऐतिहासिक फैसला भी माना जा रहा है। जानकारी के लिए बता दें Home Minister Amit Shah ने कहा है कि इस बिल में जो भी कमियां है वह भी जल्द से जल्द पूरी कर दी जाएगी।
Women’s Reservation Bill
इस पूरी डिबेट में कांग्रेस ने काफी बड़ा यू टर्न मारा ,कांग्रेस वूमेन रिजर्वेशन बिल भी रिजर्वेशन की मांग कर रही थी ,कांग्रेस लगातार 2010 से Women’s Reservation Bill में ओबीसी महिलाओं के लिए अलग से रिजर्वेशन की मांग कर रही थी परंतु इस बार की पार्लियामेंट डिबेट में कांग्रेस ने इस बिल को लागू करने की मांग उठा दी।
आईए जानते हैं Women’s Reservation Bill [The Constitution (108th Amendment) Bill, 2008]
- जैसा कि हम सब जानते हैं भारत में सामाजिक प्रतिबंध और भेदभाव के चलते महिलाओं को आगे नहीं बढ़ने दिया जाता ऐसे में Women Reservation Bill से महिलाओं को सशक्तिकरण मिलेगा।
- वूमेन रिजर्वेशन बिल की मदद से महिलाएं विविध जाति के होते हुए भी पार्लियामेंट में अपनी जगह बना सकेंगे ।
- देश में महिलाओं के मतदान प्रतिशत में काफी वृद्धि हुई है परंतु अभी भी बड़े अधिकारी पदों पर महिलाओं को जगह नहीं मिली है ऐसे में वूमेन रिजर्वेशन बिल आने के पश्चात बड़े पदों पर महिलाएं आसानी से पहुंच पाएंगे।
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विधेयक का कानून में बदलने का रास्ता (reservations for women in Parliament and state assemblies)
विधेयक को कानून में बदलने के लिए सबसे पहले पार्लियामेंट के दोनों सदन में इस बिल को मेजोरिटी से पास करवाया जाएगा । फिर उसके पश्चात आर्टिकल 368 के अंतर्गत अन्य 50% राज्य की सम्मति के पश्चात कानून में बदल जाएगा।
निष्कर्ष: Women Reservation in India
कुल मिलाकर लंबे इंतजार के पश्चात आखिरकार लोकसभा में वूमेन रिजर्वेशन बिल पास हुआ है आशा करते हैं की यह जल्द से जल्द कानून में बदल जाएगा, जिससे भारत में महिलाओं को और सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता मिल सकेगी।